शंख का महत्व,शंख के प्रकार एवं शंख से लक्ष्मी प्राप्ति के उपाये

 
शंख का महत्व,शंख के प्रकार एवं शंख से लक्ष्मी प्राप्ति के उपाये-Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch - शंख का महत्व,शंख के प्रकार एवं शंख से लक्ष्मी प्राप्ति के उपाये  श्रीमती निधि जी श्रीमाली के अनुसार समुन्द्र मंथन से शंख उत्पति हुई है जिस घर में शंख होता है वहां पर विष्णु लक्ष्मी का निवास होता है  शख समुंद्र पुत्र है लक्ष्मी जी भी समुद्र पुत्री है शंख लक्ष्मी जी का भाई है शख से पूजा करते हैं या शख से विष्णु भगवान पर अभिषेक करते हैं तो व्यक्ति को लक्ष्मी की प्राप्ति होती है धनधान्य की वृद्धि होती है एवं सभी प्रकार के सुखो,ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है व्यक्ति चिंता मुक्त हो जाता है कोई भी उद्देश्य प्राप्त करना होता है तो शंख पूजा करने से उद्देश्य पूर्ति हो जाती है    Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch शंख कितने प्रकार के होते है और उसके फायदे :- शंख के नाम १.समुद्रज, २. कंबु, ३.सुनाद, ४.पावनध्वनि, ५.कंबु ६.कंबोज, ७.अब्ज, ८.त्रिरेख, ७.जलज, १०. अर्णोभव, ११. महानाद, १२. मुखर, १३.दीर्घनाद, १४.बहुनाद, १५.हरिप्रिय, १६.सुरचर, १७.जलोद्भव, १८. विष्णुप्रिय, १९.धवल, २०.स्त्रीविभूषण, २१.पाञ्चजन्य, २२.अर्णवभव आदि नामों से भी जाना जाता है। श्रीमती निधि जी श्रीमाली जी के अनुसार शंख स्वस्थ काया के साथ माया भी देते हैं| शंख दैवीय के साथ-साथ मायावी भी होते हैं। शंखों का हिन्दू धर्म में पवित्र स्थान है। घर या मंदिर में शंख कितने और कौन से रखें जाएं इसके बारे में शास्त्रों में स्पष्ट उल्लेख मिलता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आपके घर में युद्ध से संबंधित शंख रखा हो जबकि आपको जरूरत है शांति और समृद्धि की। शिवलिंग और शालिग्राम की तरह शंख भी कई प्रकार के होते हैं सभी तरह के शंखों का महत्व और कार्य अलग-अलग होता है। समुद्र मंथन के समय देव- दानव संघर्ष के दौरान समुद्र से १४ अनमोल रत्नों की प्राप्ति हुई। जिनमें आठवें रत्न के रूप में शंख का जन्म हुआ। शंख नाद का प्रतीक है। शंख की ध्वनि शुभ मानी गई है। प्रत्येक शंख का गुण अलग अलग माना गया है।Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch शंख विजय दिलाता है, तो कोई धन और समृद्धि। किसी शंख में सुख और शांति देने की शक्ति है तो किसी में यश और कीर्ति। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार शंख चंद्रमा और सूर्य के समान ही देवस्वरूप है। शंख के मध्य में वरुण, पृष्ठ भाग में ब्रह्मा और अग्र भाग में गंगा और सरस्वती का निवास माना गया है। विज्ञान के अनुसार शंख समुद्र में पाए जाने वाले एक प्रकार के घोंघे का खोल है जिसे वह अपनी सुरक्षा के लिए बनाता है  हालांकि प्राकृतिक रूप से शंख कई प्रकार के होते हैं।
 इनके ३ प्रमुख प्रकार हैं : वामावर्ती शंख दक्षिणावर्ती शंख गणेश शंख या मध्यवर्ती शंख। 
  इन तीनों ही प्रकार के शंखों में कई तो चमत्कारिक हैं, तो कई दुर्लभ और बहुत से सुलभ हैं। सभी तरह के शंखों के अलग-अलग नाम हैं। अथर्ववेद के अनुसार, शंख से राक्षसों का नाश होता है- शंखेन हत्वा रक्षांसि। श्रीमती निधि जी श्रीमाली के अनुसार  भागवत पुराण में भी शंख का उल्लेख हुआ है। यजुर्वेद के अनुसार युद्ध में शत्रुओं का हृदय दहलाने के लिए शंख फूंकने वाला व्यक्ति अपेक्षित है। अद्भुत शौर्य और शक्ति का संबल शंखनाद से होने के कारण ही योद्धाओं द्वारा इसका प्रयोग किया जाता था।Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch
 दक्षिणावर्ती शंख :- इस शंख को दक्षिणावर्ती इसलिए कहा जाता है, क्योंकि जहां सभी शंखों का पेट बाईं ओर खुलता है वहीं इसका पेट विपरीत दाईं और खुलता है। इस शंख को देवस्वरूप माना गया है। दक्षिणावर्ती शंख के पूजन से खुशहाली आती है और लक्ष्मी प्राप्ति के साथ-साथ संपत्ति भी बढ़ती है। इस शंख की उपस्थिति ही कई रोगों का नाश कर देती है। दक्षिणावर्ती शंख में रात में जल भरकर रख दिया जाए और सुबह उठकर खाली पेट उस जल को पिया जाए तो पेट के रोग जल्दी समाप्त हो जाते हैं। नेत्र रोगों में भी यह लाभदायक है।Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch दक्षिणावर्ती शंख के प्रकार :- दक्षिणावर्ती शंख २ प्रकार के होते हैं नर और मादा। जिसकी परत मोटी हो और भारी हो वह नर और जिसकी परत पतली हो और हल्का हो, वह मादा शंख होता है।Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch 
 वामावर्ती शंख : वामावर्ती शंख का पेट बाईं ओर खुला होता है। इसके बजाने के लिए एक छिद्र होता है। इसकी ध्वनि से रोगोत्पादक कीटाणु कमजोर पड़ जाते हैं। यह शंख आसानी से मिल जाता है, क्योंकि यह बहुतायत में पैदा होता है। यह शंख घर से नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालने में सक्षम है। इसके घर में रखे होने से ही आसपास का वातावरण शुद्ध होता रहता है।Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch 
 गणेश शंख या मध्यावर्ती शंख :- समुद्र मंथन के दौरान ८ वें रत्न के रूप में सर्वप्रथम गणेश शंख की ही उत्पत्ति हुई थी।  इसे गणेश शंख इसलिए कहते हैं कि इसकी आकृति हू-ब-हू गणेशजी जैसी है। शंख में निहित सूंड का रंग अद्भुत प्राकृतिक सौन्दर्ययुक्त है। प्रकृति के रहस्य की अनोखी झलक गणेश शंख के दर्शन से मिलती है। यह शंख दरिद्रतानाशक और धन प्राप्ति का कारक है। श्रीगणेश शंख का पूजन जीवन के सभी क्षेत्रों की उन्नति और विघ्न बाधा की शांति हेतु किया जाता है। इसकी पूजा से सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। गणेश शंख आसानी से नहीं मिलने के कारण दुर्लभ होता है। आर्थिक, व्यापारिक, कर्ज और पारिवारिक समस्याओं से मुक्ति पाने का श्रेष्ठ उपाय श्री गणेश शंख है। Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch
 कृष्ण का पाञ्चजन्य शंख :  महाभारत में लगभग सभी योद्धाओं के पास शंख होते थे। उनमें से कुछ योद्धाओं के पास तो चमत्कारिक शंख होते थे, जैसे भगवान कृष्ण के पास पाञ्चजन्य शंख था जिसकी ध्वनि कई किलोमीटर तक पहुंच जाती थी। 
 महालक्ष्मी शंख :- इस शंख को प्राकृतिक रूप से निर्मित श्रीयंत्र भी कहा जाता है इसीलिए इसका नाम महालक्ष्मी शंख है। माना जाता है कि यह महालक्ष्मी का प्रतीक है। इसकी आवाज सुरीली होती है। माना जाता है कि इस शंख की जिस भी घर में पूजा-अर्चना होती है, वहां देवी लक्ष्मी का स्वयं वास होता है। किसी भी शंख की पूजा इस मंत्र से करना चाहिए- 
 मोती शंख :- यदि आपको घर में सुख और शांति चाहिए तो मोती शंख स्थापित करें। सुख और शांति होगी तभी समृद्धि बढ़ेगी। मोती शंख हृदय रोगनाशक भी माना गया है। मोती शंख को सफेद कपड़े पर विराजमान करके पूजाघर में इसकी स्थापना करें और प्रतिदिन पूजन करें। यदि मोती शंख को कारखाने में स्था‍पित किया जाए तो कारखाने में तेजी से आर्थिक उन्नति होती है। यदि व्यापार में घाटा हो रहा है, दुकान से आय नहीं हो रही हो तो एक मोती शंख दुकान के गल्ले में रखा जाए तो इससे व्यापार में वृद्धि होती है।  यदि मोती शंख को मंत्र सिद्ध व प्राण-प्रतिष्ठा पूजा कर स्थापित किया जाए तो उसमें जल भरकर लक्ष्मी के चित्र के साथ रखा जाए तो लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आर्थिक उन्नति होती है।  मोती शंख को घर में स्थापित कर रोज ‘ॐ श्री महालक्ष्मै नम:’ ११ बार बोलकर १-१ चावल का दाना शंख में भरते रहें। इस प्रकार ११ दिन तक प्रयोग करें। यह प्रयोग करने से आर्थिक तंगी समाप्त हो जाती है। Importance of conch shell, types of conch and ways to get Lakshmi from conch शंख के फायदे शंख को नादब्रह्म और दिव्य मंत्र की संज्ञा दी गई है।
 शंख की ध्वनि को ‘ॐ’ की ध्वनि के समकक्ष माना गया है। शंखनाद से आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा का नाश तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। शंख से निकलने वाली ध्वनि जहां तक जाती है, वहां तक बीमारियों के कीटाणुओं का नाश हो जाता है। शंखनाद से सकारात्मक ऊर्जा का सर्जन होता है आत्मबल में वृद्धि होती है। शंख में प्राकृतिक कैल्शियम, गंधक और फॉस्फोरस की भरपूर मात्रा होती है। प्रतिदिन शंख फूंकने वाले को गले और फेफड़ों के रोग नहीं होते। शंख बजाने से चेहरे, श्वसन तंत्र, श्रवण तंत्र तथा फेफड़ों का व्यायाम होता है। शंखवादन से स्मरण शक्ति बढ़ती है। शंख से मुख के तमाम रोगों का नाश होता है। गोरक्षा संहिता, विश्वामित्र संहिता, पुलस्त्य संहिता आदि ग्रंथों में दक्षिणावर्ती शंख को आयुर्वर्द्धक और समृद्धिदायक कहा गया है। .पेट में दर्द रहता हो, आंतों में सूजन हो अल्सर या घाव हो तो दक्षिणावर्ती शंख में रात में जल भरकर रख दिया जाए और सुबह उठकर खाली पेट उस जल को पिया जाए तो पेट के रोग जल्दी समाप्त हो जाते हैं। नेत्र रोगों में भी यह लाभदायक है। कालसर्प योग में भी यह रामबाण का काम करता है। धार्मिक अनुष्ठानों में विशेष रूप से किया जाता है। शंख से वास्तुदोष भी मिटाया जा सकता है। शंख को किसी भी दिन लाकर पूजा स्थान पर पवित्र करके रख लें और प्रतिदिन शुभ मुहूर्त में इसकी धूप-दीप से पूजा की जाए तो घर में वास्तुदोष का प्रभाव कम हो जाता है। शंख में गाय का दूध रखकर इसका छिड़काव घर में किया जाए तो इससे भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। संतान की प्राप्ति के लिए शंख की पूजा करनी चाहिए 

 इस सितम्बर माह में होने वाला महालक्ष्मी व्रत एवं अनुष्ठान जों की 3 सितम्बर से 18 सितम्बर तक चलेगे यह 16 दिन माता लक्ष्मी के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहेगे अगर आप धन प्राप्ति चाहते है और माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद चाहते है तो इस अनुष्ठान में हिस्सा लीजिये और अधिक जानकारी के लिए संपर्क कीजिये :- 9571122777

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