नवरात्री का छठा दिन माँ कात्यायनी
माँ कात्यायनी - Maa Katyayayni
माँ कात्यायनी - Maa Katyayani गुरु माँ निधि श्रीमाली जी ने बताया है की शारदीय
नवरात्रि का आज छठवां दिन है. छठवें
दिन मां दुर्गा के स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की जाती है. इन्हें मां दुर्गा का
ज्वलत स्वरूप माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, माता
कात्यायनी को भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री माना जाता है। धार्मिक
मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां
कात्यायनी की विधिवत पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है. इनकी पूजा के प्रभाव से
कुंडली में विवाह योग भी मजबूत होता है. मां कात्यायनी की भक्ति और ध्यान से
मनुष्य को अर्थ, कर्म, काम, मोक्ष
की प्राप्ति हो जाती है. मां कात्यायनी मां दुर्गा का छठा रूप है शास्त्रों के
अनुसार, देवी
मां का स्वरूप स्वर्ण के समान चमकीला है। मां का वाहन सिंह है। मां के 4 भुजाएं
हैं। एक हाथ में तलवार, दूसरे में कमल
और दो हाथ अभय मुद्रा और अभयमुद्रा में है।
मां कात्यायनी पूजन-विधि
नवरात्रि के छठे दिन इस दिन प्रातः काल में स्नान आदि से निवृत्त होकर मां का गंगाजल से आचमन करें। फिर देवी कात्यायनी का ध्यान करते हुए उनके समक्ष धूप दीप प्रज्ज्वलित करें। रोली से मां का तिलक करें अक्षत अर्पित कर पूजन करें। इस दिन मां कात्यायानी को गुड़हल या लाल रंग का फूल चढ़ाना चाहिए। अंत में मां कात्यायनी की आरती करें और क्षमायाचना करें। Maa Katyayani
ऊँ देवी कात्यायन्यै नम:||
Comments
Post a Comment