15 मई 2023 सूर्य का राशि परिवर्तन in Hindi | Surya ka Rashi Parivartan 2023 kab hoga ?
15 मई 2023 सूर्य का राशि परिवर्तन in Hindi
मेष राशि - आपकी राशि के लिए सूर्य पंचम भाव के स्वामी है और द्वितीय भाव यानी धन भाव में जाकर बैठे हैं। सूर्य का द्वितीय भाव में जाकर बैठना बहुत ही अच्छा आपके लिए रहने वाला है क्यूंकि पंचमेश अपने से दसम जाएंगे तो यहां पर करियर में आ रही दिक्कतें परेशानियां समाप्त हो जाएगी। खासकर जो मेडिकल के फील्ड से जुड़े हुए स्टूडेंट्स जो मेडिकल की तैयारी कर रहे हैं या मेडिकल लाइन से आप जुड़े हुए हैं, उसमें अपने करियर को देखते हैं तो उन लोगों के लिए यह समय बहुत ही अच्छा और सफलता दायक रहेगा। इस समय आप अगर ऑलरेडी जॉब में तो अधिकारियों का सहयोग भी मिलेगा और करियर का ग्राफ ऊपर जाएगा। मई अगर आप नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आपकी तलाश खत्म होती हुई दिखाई देगी। मेडिकल के स्टूडेंट्स के लिए समय लक्ष्य प्रधान रहेगा। आपको अपने लक्ष्य की प्राप्ति में सहायता जरूर प्राप्त होगी। संतान की तरफ से भी शुभ समाचारों की प्राप्ति आप इस समय करते हुए दिखाई देंगे। साहित्य कला संस्कृति से जुड़े हुए लोगों को इस समय बहुत ही अच्छे रिजल्ट अपने अपने फील्ड में मिलते हुए दिखाई देंगे। आपके प्रयासों को सराहा जाएगा। आपको सम्मानित भी किया जाएगा। यानी सूर्य के रिजल्ट आपको पंचम भाव के हिसाब से बहुत ही अच्छे और शानदार देखने को मिलेंगे। मई ये समय आपको ऊंचाइयों पर लेकर जाएगा। आपकी सफलता को सुनिश्चित करता हुआ दिखाई देगा। आपको सूर्य के रिजल्ट अगर और भी अच्छे करने हैं तो आपको सूर्योदय के समय सूर्य उपासना करनी चाहिए। साथ ही ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप जरूर करें और सूर्य देव को अर्ध्य जरूर दें।
वृषभ राशि - आपकी राशि के लिए सूर्य चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठे हैं। आपके राशि के अंदर अब सूर्य का राशि में बैठा सूर्य जहां बैठे हैं उस घर को थोड़ा साथ चलाते हैं। यहां पर आपकी राशि में सूर्य आ कर बैठे थोड़े से आपको ग्रेशियस बनाएंगे। थोड़े से आपको ओर कॉंफिडेंट बनाएंगे स्टिक बनाएंगे आपको इन तीनों चीजों को अपने जीवन में नहीं अपनाना है। सूर्य के तेज को अपनाएं सूर्य की एलिगेंस को ना अपनाएं। अपने स्वभाव में अहंकार नहीं आना चाहिए। अगर अहंकार किसी व्यक्ति के जीवन में आ जाता है तो उसका पतन होना निश्चित है और उसका पतन प्रारंभ हो जाता है। इसीलिए अहंकारी मत होइए और अपनी सफलता को और बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील रहिए। सूर्य सुखेश है और राशि में जाकर बैठे हैं। यानि केन्द्र स्थान का स्वामी केन्द्र में जाकर बैठा है तो ये समय आपके लिए बहुत ही अच्छा रहने वाला है। सुखों में वृध्दि करेगा सफलता दायक रहेगा। भूमि भवन, वाहन जैसे सुखों में आपकी वृद्धि होती हुई दिखाई देगी। आपकी मात्र भूमि से आपको विशेष लाभ की परिस्थितियां देखने को मिलेगी। सामाजिक मान सम्मान में बढोतरी होगी। मां से आपके सम्बन्ध और अधिक प्रगाढ़ होते हुए दिखाई देंगे और आपकी डिसीजन मेकिंग और अधिक स्ट्रॉन्ग होगी।
मिथुन राशि - आपके लिए सूर्य तृतीय भाव के स्वामी हैं और उसमें जाकर बैठे हैं या तो सूर्य का बेटा पलटा उसके हिसाब से बहुत अच्छा है। आपके खर्चो को कम करेगा। आपको सफलता दिलवाएगा या पर बैलेन्स होकर चलेंगे। कर्ज की स्थितियों से मुक्ति मिल जाएगी। लोन चुकता हो जायेंगे। यहां पर अगर किसी के साथ में मनमुटाव की स्थिति आप वर्क प्लेस पर चल रही थी तो वो समाप्त हो जाएगी। अधिकारी आपके कार्यों से प्रसन्नचित नजर आएंगे परन्तु त्रिक स्थान के स्वामी एक खर्च में जाकर बैठे हैं तो ठीक ठाक रिजल्ट खतरे के स्थान के भी आपको मिल जाएंगे। पराक्रम में भी मिलेंगे पराक्रम को किस दिशा में लगाना है वो आपको तय करना होगा। यहाँ पर गलत और विपरीत दिशा में अपने पराक्रम को यूज ना करें। अपनी पावर को सही राइट पर लगाते हुए अपने जीवन में आगे बढ़ें। आपको अपने छोटे भाई बहनों का साथ सुयोग जरूर मिलेगा परन्तु इस समय प्रॉपर्टी से संबंधित विवादों को साइड में रखें। उन्हें शांत रखें और अगर पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद है तो आपसी बातचीत के द्वारा उसका हल खोजने का प्रयास करें। राजनीति में भी सोच समझ कर आगे बढ़ें। कोई भी कंट्रोवर्सियल बात आपको ऐसी नहीं निकाली है जिससे आपका कैरियर खराब हो जाए। आपको क्या करना चाहिए? सूर्य देव की पूजा आराधना करें और सूर्योदय के समय आपको सूर्यदेव को अर्घ्य देना है। लाल फूल, अक्षत और कुमकुम ताम्बे के लोटे में जल भरकर उसमें ये सब सामग्री डालें और फिर सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
कर्क राशि - आपके लिए सूर्य द्वितीय भाव के स्वामी हैं और लाभ भाव में जाकर बैठे लाभ भाव में कोई भी ग्रह नीच का उच्च को वो अच्छे रिजल्ट्स देता है। धनेश लाभ भाव में जाकर धन की स्थितियों को बढ़ाएंगे। करियर का ग्राफ ऊपर चढ़ेगा। अधिकारियों के द्वारा कोई बड़ी जिम्मेदारियां इस समय मिलती हुई दिखाई देगी। वहीं आपको उत्तरोतर लाभ की परिस्थितियां भी अपने जीवन में प्राप्त करते हुए दिखाई देंगे। इस समय कोई भी डिसीजंस लेते समय आपको बहुत सावधानी के साथ आगे बढ़ना है। डिसीजन में जल्दबाजी बिल्कुल भी ना करें। इस समय अचानक धनलाभ भी आपके जीवन में आपको मिलता हुआ दिखाई देगा। मई कुटुम्ब में मान सम्मान भी बढ़ेगा। सूर्योदय के समय नित्य रूप से सूर्य देवता को जल जरूर चढ़ाएं। रविवार के दिन गुड़ का दान आपको जरूर करना चाहिए।
सिंह राशि - आपकी राशि के स्वामी सूर्यदेव है और कर्म भाव में जाके बैठे हैं। राशि स्वामी का कर्म भाव में जाकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छा है। आपके कामकाज को बढ़ाएगा फार्मसी मेडिकल सोने के व्यवसाय या फिर इलैक्ट्रोनिक बिजली का सामान का काम अगर आप करते हैं इसतरह का कोई बिजनेस आप कर रहें तो निश्चित रूप से आपको बिजनेस में लाभ प्राप्त होगा। वहीं सरकारी नौकरियों में कार्यरत कर्मचारियों को अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। प्रमोशन मिल सकता है और मनचाही ट्रांसफर के योग बन सकते हैं। इस समय डिसीजन मेकिंग बढ़ती हुई दिखाई देगी और कोई भी कार्य अगर आप हाथ में लेंगे तो उसे पूरा करके ही दम लेंगे। मेडिकल के स्टूडेंट्स का कोई रिजल्ट आ रहा है तो निश्चित रूप से वो रिजल्ट आपके लिए सकारात्मक रहेगा। गोचर के दौरान केसरिया रंग के कपड़े आप ज्यादा से ज्यादा पहनें। खासकर रविवार के दिन तो इन वस्त्रों को जरूर धारण करें।
कन्या राशि - आपकी राशि के लिए सूर्य द्वादस स्थान के स्वामी है और भाग्य स्थान में जाकर बैठे अपने से दशम तो सूर्य बैठा है पर भाग्य में सूर्य का बैठना बहुत ही अच्छा माना जाएगा। इस समय रोजगार की तलाश कर रहे युवक युवतियों को रोजगार की प्राप्ति हो जाएगी। वहीं भाग्य आपका साथ देगा और जिसमें आपके प्रयास अच्छे होंगे उसमें आपको निश्चित तौर पर सफलता प्राप्त होगी। जो बच्चे हायर एजुकेशन के लिए अब्रॉड जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, उनको अपने पढ़ाई से संबंधित कुछ शुभ समाचार प्राप्त होंगे। लक्ष्य प्रधान कार्यों में आप सफलता प्राप्त करेंगे। वही जो बाहर जाकर नौकरी कर रहे हैं उनके लिए भी ये समय बहुत ही अच्छा रहने वाला है। आपके कार्यों को सराहा जाएगा। इसमें इंक्रीमेंट और प्रमोशन आपको प्राप्त हो सकता है। खर्चों को थोड़ा सा मैनेज करके चलें। अनर्गल खर्च से बचने का प्रयास करें। आपको रविवार के दिन जरूरतमंद व्यक्तियों को गुड़ और चने का दान जरूर करना चाहिए।
तुला राशि - आपकी राशि के लिए एकादश भाव के स्वामी हैं। सूर्य और अष्टम भाव में जाकर विराजमान हो रहे हैं। यहां पर सूर्य का अष्टम भाव में जाकर बैठना अष्टम भाव के लिए तो बहुत अच्छा है क्योंकि ये आपके रोजमर्रा के रूटीन में चल रहे कार्यों में जो समस्याएं आ रही है जो असफलताओं का मुंह आपको देखना पड़ रहा है उस पर विराम लगेगा। सफलता आपके जीवन में आएगी। तारीफ आपके सिस्टमेटिक और ऑर्गनाइज्ड हुए में कंप्लीट होना प्रारंभ हो जाएंगे। इस समय आपको कोई भी रिस्की काम में हाथ डालेंगे तो उसमें सफलता प्राप्त होगी। अचानक से धनलाभ की स्थितियां भी आपको समय समय पर देखने को मिलेगी। मीन लाभेश सूर्य अपने से दशम पर अष्टम भाव में बैठा है तो ये लाभ में थोड़ा सा फ्लक्चुएशन ला सकते हैं। इस समय सोच समझकर निवेश करें। नए कार्य की शुरुआत करते समय उस कार्य की पूरी रणनीति बनाकर उस कार्य में आगे बढ़ने का प्रयास करें। सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आपको पिताजी की सेवा करनी चाहिए और पिताजी से संबंध अच्छे बनाए रखें।
वृश्चिक राशि - आपकी राशि के लिए सूर्य दसम भाव के स्वामी हैं और जाकर बैठे हैं। सप्तम भाव में सूर्य का सप्तम भाव में जाकर बैठना। दशमेश का यानि कर्मेश का सप्तम भाव में जाकर बैठना आपके काम में उत्तरोत्तर उन्नति लेकर आएगा। आपको अपने अधिकारियों का साथ और सहयोग मिलेगा। कार्यों में आ रही बाधाएं समाप्त हो जाएगी। व्यापारी वर्ग व्यापार के विस्तार की योजनाएं बनाएंगे। बड़ी बड़ी कंपनियों के साथ आपका टाईअप रहेगा। अपनी एक अच्छी ब्रांडिंग करते हुए दिखाई देंगे और जॉब करने वाले अपने वर्क प्लेस पर अपनी एक अच्छी साख बनाते हुए दिखाई देंगे। इस समय पिता का आपको भरपूर साथ और सहयोग मिलेगा जिससे आप अपनी सफलता को दुगना कर पाएंगे। नित्य सूर्य पूजा के समय अपने माथे पर नारंगी चंदन का तिलक जरूर लगाएं। रविवार के दिन नारंगी रंग के वस्त्रों को धारण करना चाहिए।
धनु राशि - आपकी राशि के लिए सूर्य नवम भाव के स्वामी हैं और जाकर। आपके रोग भाव में रोग भाव में सूर्य का जाकर बैठना, भाग्येश का अपने से दशम जाकर बैठना आपके लिए बहुत ही अच्छा रहने वाला है। हालांकि यहां पर नेत्रों से संबंधित समस्याएं हो सकती है, इसलिए अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखें और हार्ट के रोगियों को भी विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता है पर लक फैक्टर आपका साथ देगा। अगर आप गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहे हैं, कोई परीक्षा दे रखी है। रिजल्ट है तो वो आपके लिए सकारात्मक जाएगा जो युवक युवतियां नौकरी की तलाश कर रहे हैं, उनकी तलाश खत्म हो जाएगी। मित्रों का पूर्ण रूपेण साथ और सहयोग आपको इस माह देखने को मिलेगा। नियमित रूप से रोजाना उगते हुए सूरज को जल का अर्ग जरुर दें और सूर्य को नमन करते समय सूर्य के बीज मंत्र का जाप जरुर करें।
मकर राशि - आपके लिए अष्टम भाव के स्वामी हैं। सूर्य और जाकर बैठे पंचम भाव में सूर्य का पंचम भाव में जाकर बैठना और अष्टमेश का अपने से दशम जाकर बैठना। आपके रुटीन के कार्यों में आपको सफलता दिलवाएगा। यात्रा आपके लिए सुखद और मंगलमय रहेगी। इम्पोर्टेन्ट मीटिंग्स सक्सेसफुल रहेगी। इस समय आपको अचानक धनलाभ के स्त्रोत मिलते हुए दिखाई देंगे। आध्यात्मिक भावों से भरे रहेंगे और धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रूचि इस समय बढ़ेगी। नित्य सूर्योदय के समय भगवान सूर्य को दूध और जल से उपासना कर सूर्य देव का आशीर्वाद जरूर प्राप्त करें।
कुंभ राशि - आपकी राशि के लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी है और चतुर्थ भाव में जाकर बैठे हैं। यहां पर व्यापारी वर्ग को अच्छा लाभ प्राप्त हो रहा है। सूरी के रिजल्ट बहुत शानदार देखने को मिलेंगे। कोई भी इम्पोर्टेन्ट मीटिंग रहेगी तो वो आपकी सक्सेसफुल रहेगी। जीवन साथी का साथ और सुयोग आपको भरपूर मिलेगा। उनसे फाइनेंशियली भी आपको सपोर्ट रहेगा। वहीं अगर आप पार्टनरशिप में काम करते हैं तो पार्टनर की भावनाओं को समझें। अगर आप अकेले और स्वतंत्र रूप से कार्य करना चाहते हैं तो ये समय आपके लिए सपोर्टिव रहेगा। रविवार के दिन गाय माता को गुड़ जरुर खिलाएं और घर के बुजुर्गों की सेवा करें। उनका सम्मान करें।
मीन राशि - आपके लिये सूर्य रोग भाव के स्वामी हैं और पराक्रम भाव में जाकर बैठे हैं। रोग भाव के स्वामी का अपने से दशम जाकर बैठना आपकी श्वास संबंधी समस्याओं को सॉल्व कर देगा। इस समय आप अपने विरोधियों पर भी विजय प्राप्त करेंगे। आपके कार्य सिस्टमेटिक होते चले जाएंगे। ननिहाल से आपको आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। गलत मित्रों की संगति छूट जाएगी। गलत आदत आपके जीवन से खत्म हो जाएगी। रुपए पैसे से संबंधित कार्यों में बहुत बैलेंस होकर चलेंगे। इस समय पैतृक व्यवसाय साथ में करते हैं तो उसमें आपको अपने भाई बहनों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा, जिससे विशेष लाभ की परिस्थितियां आपको व्यापार में देखने को मिलेगी। वहीं इस समय आप अपनी हॉबी से प्रसिद्धी भी हासिल करेंगे। सूर्य देव की आराधना के समय नित्य ॐ घृणि सूर्याय मंत्र का जाप करें और सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर उस अरग का टीका अपने माथे पर जरूर लगाएं।
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