शिवरात्रि पर ग्रहो के उपचार !

जब गृह दशा हो प्रतिकूल तो शिवाभिषेक से करे अनुकूल

 

जब ग्रह दशा हो प्रतिकूल तो शिवाभिषेक से करे अनुकूल आइये जानते है निधि श्रीमाली जी के अनुसार सत्थम् शिवम् सुन्दरम अर्थात् शिव ही सत्य है, अति सुन्दर है और कल्याणकारी है। वैदिक काल से ही आदि देव भगवान शिव की रुद्र, महादेव, भोलेनाथ आदि विभिन्न रूपों में उपासना की जाती है। ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वर्णन जन्मदाता, पालनकर्ता और संहारक के रूप में हुआ है। तीनों देवों में शिव को सर्वाधिक शक्तिशाली माना गया है क्योंकि इनकी पूजा बह्मा और विष्णु ने भी की। इसलिए ये सर्वपूज्य और सर्वशक्तिमान हैं।इसलिए गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार शिवरात्रि का  दिन को बहुत ही पवित्र माना गया है इसलिए इस दिन  अधिकांश लोग जीवन में सुख-समृद्धि के लिए व्रत-उपवास रखकर भगवान शंकर की पूजा-पाठ, आराधना व साधना करते हैं। जन्मपत्रिका में किसी भी ग्रह की स्थिति प्रतिकूल है तो इस दिन उसे भी विशेष अभिषेक द्वारा अनुकूल बनाया जा सकता है।आइये जानते है 


■ गुरु माँ निधि श्रीमाली जी के अनुसार अगर जन्मपत्रिका में सूर्य खराब स्थिति में या कमजोर है तो आपको सिरदर्द, आंखों में तकलीफ गर्दन कंधा-पीठ दर्द, हड्डी संबंधी रोग रहेगा, साथ ही पिता से कष्ट व आत्मविश्वास कमजोर होगा। इसके लिए शिवरात्रि के दिन  कच्चे दूध में केसर मिश्रित कर शिवलिंग पर अभिषेक करके आक या धतूरा चढ़ाने से समस्या समाप्त होगी और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होगा।


■ जन्मपत्रिका में चंद्रमा ख़राब है या चंद्र दोष है तो  गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार आप सदी, जुकाम, बुखार, मिर्गी, गले की बीमारी, सफेद दाग, मानसिक तनाव, स्ट्रैस  आदि से ग्रसित रहेंगे।  इसके निवारण के लिए आप शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध में जल व सवा सौ ग्राम काले तिल मिश्रित कर अभिषेक करते हुए रुद्रीपाठ करते रहे।समस्याएं  समाप्त होगी और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होगा 


■  अगर जन्मपत्रिका में मंगल दोष है या आप मांगलिक हैं तो गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार आपको ब्लड प्रेशर, रक्त संबंधित विकार हो सकते हैं।  तो आप शिवरात्रि के दिन  गिलोरी नामक जड़ी-बूटी के रस से शिवलिंग पर अभिषेक करें तो आपकी समस्या जड़ से खत्म हो जायेगी।और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होगा 



■ गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार जन्मपत्रिका में  अगर बुध  कमजोर है तो आपकी बुद्धि कमजोर होगी । आंतों की तकलीफ, चर्बी का बढ़ना आदि बीमारियां तकलीफ दे सकती हैं। इसके लिये आपको कच्चे दूध में एक चौथाई भाग हल्दी मिश्रित करके शिवलिंग पर चढ़ाने से शीघ्र आराम मिलेगा। और भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त होगा 



■  गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुशार अगर कुण्डली में देवगुरु बृहस्पति कमजोर है तो संतान की समस्या, चमड़ी की तकलीफ, पेट दर्द की समस्या रहेगी। ऐसे में दूध की खीर से  शिवलिंग पर अभिषेक करें व मृत या महामृत्युजंय का जाप करने से भगवान भोले नाथ की कृपा से  देवगुरु बृहस्पति की कृपा प्राप्त होगी।


 ■ गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार अगर कुण्डली में दैत्यगुरु शुक्र कमजोर है तो गुप्तांग  से संबंधी रोग, मल मूत्र की समस्या, डायबिटीज, वीर्य की कमी हो सकती है। इसके लिए  शिवरात्रि के दिन आप पंचामृत बनाकर उससे शिवलिंग पर अभिषेक के साथ महामृत्युंजय मंत्र याॐ नमः शिवाय का जाप करें। स्त्रियां सिर्फ नमः शिवाय ही बोले तो इससे लाभ मिलेगा। 


■ गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार जन्मपत्रिका में न्यायाधीश शनि ग्रह ठीक नहीं है तो आपके मांसपेशियों, जोड़ों में दर्द, हड्डी टूटने का डर रहेगा। साथ ही शनि की साढ़ेसाती, ढैया या शनि की दशा चल रही है  तो आप शिवरात्रि के दिन  गन्ने का रस या छाछ शिवलिंग पर ॐ नमः शिवाय मंत्र जाप के साथ चढ़ाते हैं तो ये परेशानी दूर हो सकती है।


■ गुरु माँ निधि जी श्रीमाली के अनुसार जन्मपत्रिका में राहु या केतु की परेशानी या पितृ दोष बना हुआ है, कुण्डली श्रापित है या कालसर्प दोष  है तो आपको दाम्पत्य जीवन में परेशानी रहेगी । कोर्ट की मुकदमा, पुलिस का मामला हो सकते  है।  तो आप शिवरात्रि पर मृत संजीवनी का पाठ या महामृत्युंजय मंत्र का जाप सवा लाख बार करना चाहिये। साथ ही शिवलिंग पर आक व धतूरे से अभिषेक करना चाहिये, जिससे आपको तत्काल आराम मिलेगा।





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